dibbe me kya he, उस डिब्बे में क्या है

dibbe me kya he,
उस डिब्बे में क्या है

एक सन्यासी घूमते-फिरते एक दुकान पर आये!

*एक सन्यासी घूमते-फिरते एक दुकान पर आये!

 दुकान में अनेक छोटे-बड़े डिब्बे थे!*

*सन्यासी ने  एक डिब्बे की ओर इशारा करते हुए
 *दुकानदार" से पूछा, "इसमें क्या है?"*

*दुकानदार ने कहा, "इसमें नमक है।"*

*सन्यासी ने फिर पूछा, "इसके* *पास वाले में क्या है ?"*

*दुकानदार ने कहा, "इसमें हल्दी है।"*

*इसी प्रकार सन्यासी पूछ्ते गए और दुकानदार बतलाता रहा।*
      
उस अंतिम डिब्बे में क्या है

*अंत मे पीछे रखे डिब्बे का नंबर आया,
 सन्यासी ने पूछा,* *"उस अंतिम डिब्बे में क्या है?"*

*दुकानदार बोला, "उसमें श्रीकृष्ण हैं।"*

*सन्यासी ने हैरान होते हुये पूछा,-
 "श्रीकृष्ण !! भला यह* *"श्रीकृष्ण" किस वस्तु का नाम है भाई?
 मैंने तो इस नाम के* *किसी सामान के बारे में कभी नहीं सुना !"*

*दुकानदार सन्यासी के भोलेपन पर हंस कर बोला,* *"महात्मन ! 
और डिब्बों मे तो* *भिन्न-भिन्न वस्तुएं हैं |
 पर यह* *डिब्बा खाली है| 


हम खाली को खाली नहीं कहकर* *श्रीकृष्ण कहते हैं !"*
 
*संन्यासी की आंखें खुली की* *खुली रह गई !
 जिस बात के* *लिये मैं दर-दर भटक रहा था,
 वो बात मुझे आज एक व्यापारी से समझ आ रही है।*
 *वो सन्यासी उस छोटे से किराने के दुकानदार के चरणों* *में गिर पड़ा,
 ओह, तो खाली में श्रीकृष्ण रहता है !*




 *सत्य है ! भरे हुए में श्रीकृष्ण को स्थान कहाँ ?*

*काम, क्रोध, लोभ, मोह, लालच, अभिमान, ईर्ष्या, द्वेष और भली-बुरी, 
सुख-दुख की बातों से जब दिल-दिमाग भरा रहेगा तो उसमें ईश्वर का वास कैसे होगा ?*

          *जय श्री कृष्ण
jai shree krishna

लेखक - अज्ञात 
साभार - व्हाट्सप्प 
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Photo source- free ccl pixabay images 

राजेश गाँधी 
hindiroad.blogspot.com


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